देवशयनी एकादशी: तुलसी के 3 उपाय दिलाएंगे विष्णु कृपा और समृद्धि !

देवशयनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु 6 महीने तक योगनिद्रा में चले जाते हैं। इस दौरान कुछ उपाय करने से आपके जीवन में सुख-समृद्धि आ सकती है। आज हम आपको इन्हीं उपायों के बारे में जानकारी देंगे।

हिंदू धर्म में एकादशी तिथि को अत्यंत पुण्यदायी और शुभ माना गया है, विशेष रूप से देवशयनी एकादशी, जिसे आषाढ़ शुक्ल पक्ष की एकादशी कहा जाता है, का विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु चार माह के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं, जिसे चातुर्मास का प्रारंभ भी माना जाता है।

इस पावन दिन पर तुलसी माता की पूजा और विशेष उपाय करने से न केवल भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है, बल्कि जीवन में धन, सुख और समृद्धि भी बनी रहती है। शास्त्रों में वर्णित कुछ सरल तुलसी उपाय इस दिन विशेष फलदायी माने गए हैं।

देवशयनी एकादशी: तुलसी के 3 उपाय दिलाएंगे विष्णु कृपा और समृद्धि !
देवशयनी एकादशी: तुलसी के 3 उपाय दिलाएंगे विष्णु कृपा और समृद्धि !

देवशयनी एकादशी का महत्व

  • इस दिन से भगवान विष्णु क्षीर सागर में योगनिद्रा में चले जाते हैं, और चार महीने बाद प्रबोधिनी एकादशी पर जागते हैं।
  • चातुर्मास की शुरुआत इसी दिन होती है, जो सावन, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक तक चलता है।
  • यह समय सत्कर्म, व्रत, जप-तप और संयम का होता है।

क्यों है तुलसी का विशेष महत्व?

तुलसी को भगवान विष्णु की प्रियतम कहा गया है। उन्हें ‘हरिप्रिया’ भी कहा जाता है। तुलसी के बिना श्रीहरि को भोग नहीं लगाया जाता। तुलसी के पौधे में दिव्य ऊर्जा होती है और यह घर की नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करती है। इसलिए देवशयनी एकादशी के दिन तुलसी के साथ विशेष पूजा और उपायों का महत्व और बढ़ जाता है।

देवशयनी एकादशी पर तुलसी के ये 3 खास उपाय करें

1️⃣ तुलसी पर घी का दीपक जलाएं

  • एक मिट्टी या तांबे का दीपक लें और उसमें शुद्ध देसी घी डालकर तुलसी के पौधे के सामने जलाएं
  • यह उपाय घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और जीवन में स्थिरता लाता है।
  • मान्यता है कि इससे धन लक्ष्मी का वास घर में होता है और दरिद्रता समाप्त होती है।

2️⃣ तुलसी के 11 पत्तों से विष्णु पूजन करें

  • सुबह स्नान कर तुलसी के 11 पत्तों को गंगाजल से शुद्ध करें
  • फिर इन पत्तों को ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र के साथ विष्णु भगवान को अर्पित करें।
  • इससे विष्णु जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और पूर्व जन्मों के पाप भी नष्ट होते हैं

3️⃣ तुलसी के नीचे खीर या मिठाई का भोग लगाएं

  • शाम को तुलसी के पास बैठकर भगवान विष्णु का ध्यान करें और खीर, मिष्ठान या फल तुलसी माता को अर्पित करें।
  • इसके बाद यह भोग परिवारजनों में प्रसाद रूप में बांटें।
  • यह उपाय घर में शांति, प्रेम और सौभाग्य बढ़ाता है।

अन्य लाभकारी कार्य इस दिन

  • श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
  • एकादशी व्रत रखें और चावल, दाल, मांस, लहसुन-प्याज जैसे तामसिक भोजन से दूर रहें।
  • ब्राह्मणों को भोजन और दान दें।

निष्कर्ष

देवशयनी एकादशी सिर्फ एक धार्मिक तिथि नहीं, बल्कि आध्यात्मिक जागरण का आरंभ है। इस दिन यदि श्रद्धा और नियमपूर्वक तुलसी माता के इन 3 उपायों को किया जाए, तो निश्चित रूप से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में धन, सुख, संतुलन और आध्यात्मिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त होता है।

“तुलसी बिना न हो भोग, नारायण के पूजन में।
जिसने सच्चे मन से जपा, हरि नाम जीवन के दूषण में।”

इस देवशयनी एकादशी पर आप भी इन उपायों को अपनाकर अपने जीवन में शुभता और दिव्यता का संचार करें।

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