ऋषभ पंत WTC के इतिहास में ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी !

टीम इंडिया के स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत का टेस्ट क्रिकेट में बल्ले से काफी शानदार फॉर्म इंग्लैंड के खिलाफ जारी दौरे पर देखने को मिला है। वहीं पंत ने WTC के इतिहास में एक ऐसा कारनामा किया है, जो उनसे पहले कोई भी प्लेयर करने में कामयाब नहीं हो सका था।

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के इतिहास में एक ऐसा कीर्तिमान रच दिया है, जिसे अब तक कोई भी बल्लेबाज हासिल नहीं कर सका था — ना विराट कोहली, ना स्टीव स्मिथ, ना ही जो रूट या केन विलियमसन। पंत ने WTC इतिहास में बतौर विकेटकीपर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।

ऋषभ पंत WTC के इतिहास में ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी !
ऋषभ पंत WTC के इतिहास में ऐसा करने वाले बने पहले खिलाड़ी !

यह उपलब्धि पंत ने न सिर्फ अपनी धमाकेदार बल्लेबाजी से अर्जित की है, बल्कि उन्होंने यह कारनामा टेस्ट क्रिकेट के सबसे चुनौतीपूर्ण फॉर्मेट में, विपरीत परिस्थितियों में हासिल किया है। उन्होंने यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ अपने आक्रामक और मैच जिताऊ अंदाज से बनाया।

WTC में ऋषभ पंत का प्रदर्शन

WTC में ऋषभ पंत का प्रदर्शन
WTC में ऋषभ पंत का प्रदर्शन

वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत 2019 में हुई थी, जिसका पहला फाइनल 2021 में और दूसरा 2023 में खेला गया। इस पूरी अवधि के दौरान ऋषभ पंत ने भारत के लिए कई यादगार पारियां खेलीं। उन्होंने दोनों चक्रों में कुल 1500 से अधिक रन बनाए, जो किसी भी विकेटकीपर बल्लेबाज द्वारा सर्वाधिक है।

कुछ प्रमुख आंकड़े:

  • मैच खेले: 27
  • रन: 1581
  • औसत: 43.3
  • स्ट्राइक रेट: 71.5
  • शतक: 3
  • अर्धशतक: 9
  • विकेट कीपिंग में कैच: 70+
  • स्टंपिंग: 10+

इस आंकड़े के साथ उन्होंने क्विंटन डी कॉक, जॉनी बेयरस्टो, एलेक्स केरी, और जोस बटलर जैसे धाकड़ विकेटकीपर-बल्लेबाजों को पीछे छोड़ दिया।

गाबा में ऐतिहासिक पारी से मिली पहचान

2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट में पंत की 89 रन की नाबाद पारी* को कौन भूल सकता है। यह वही मैच था जिसने भारत को एक ऐतिहासिक श्रृंखला जीत दिलाई और पंत को WTC में एक मैच विजेता के रूप में स्थापित कर दिया। उस मैच में उन्होंने न सिर्फ तेज़ रन बनाए, बल्कि निडर होकर ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी लाइन-अप की धज्जियां उड़ा दी थीं।

आक्रामक अंदाज और तकनीकी परिपक्वता का मेल

ऋषभ पंत की सबसे बड़ी खासियत है उनका स्वाभाविक आक्रामक खेल, लेकिन उन्होंने पिछले कुछ वर्षों में जो तकनीकी परिपक्वता दिखाई है, वह उन्हें बाकी विकेटकीपरों से अलग बनाती है। पंत ने मुश्किल पिचों पर, स्विंग और बाउंस से भरी परिस्थितियों में भी रन बनाना सीखा है।

दक्षिण अफ्रीका के केपटाउन में खेली गई 100 रन की पारी या इंग्लैंड के ओवल में 146 रन की धुआंधार पारी इसका प्रमाण हैं।

पूर्व खिलाड़ियों और विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया

क्रिकेट के दिग्गजों ने पंत की इस उपलब्धि की सराहना की है। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा:

“ऋषभ पंत अब केवल एक उभरता सितारा नहीं, बल्कि टेस्ट क्रिकेट में एक बड़ा नाम बन चुका है। वह मैच का रुख पलट सकता है, और यही उसे खास बनाता है।”

राहुल द्रविड़, जो फिलहाल टीम के कोच हैं, ने भी कहा था कि पंत जैसा खिलाड़ी “आपको टेस्ट क्रिकेट में एक अतिरिक्त आयाम” देता है।

दुर्घटना के बाद वापसी की कहानी भी प्रेरणादायक

पंत की उपलब्धि को और खास बनाती है उनकी कार एक्सीडेंट के बाद की वापसी। दिसंबर 2022 में एक गंभीर सड़क दुर्घटना में उन्हें कई चोटें आई थीं, जिससे उनका करियर खतरे में पड़ गया था। लेकिन 2023-24 के दौरान उन्होंने रिहैब, मेहनत और हौसले के साथ वापसी की और फिर से टेस्ट टीम में जगह बनाई।

उनकी वापसी के बाद भी उन्होंने उसी अंदाज में बल्लेबाजी की जो उनके खेलने की पहचान है — निडर, बेलगाम और रन से भरपूर।

निष्कर्ष

ऋषभ पंत ने WTC के इतिहास में एक ऐसा मुकाम हासिल कर लिया है, जो उन्हें इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ टेस्ट विकेटकीपर बल्लेबाजों में शामिल करता है। उनके आक्रामक अंदाज, तकनीकी दक्षता, और मानसिक मजबूती ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

जहां कई अनुभवी बल्लेबाज WTC में अपने आंकड़ों को चमका नहीं पाए, वहीं पंत ने अपनी अलग पहचान बनाई — वह न सिर्फ रिकॉर्ड बुक में हैं, बल्कि करोड़ों भारतीयों के दिलों में भी बस चुके हैं। आने वाले वर्षों में उनसे और भी बड़े कारनामों की उम्मीद की जा रही है।

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