गाजियाबाद में रफ्तार का कहर !

वीडियो में देखा जा सकता है कि भीड़भाड़ वाले इलाके में दुकान के सामने कई लोग खड़े हैं। इसी बीच एक तेज रफ्तार कार दो बच्चों और महिला को टक्कर मार देती है। इसके बाद लोग कार को घेर लेते हैं।

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले में एक बार फिर रफ्तार की लापरवाही ने तीन निर्दोष जिंदगियों को लील लिया। रविवार को हुए इस दर्दनाक हादसे में एक तेज़ रफ्तार कार ने सड़क किनारे चल रही एक महिला और दो बच्चों को रौंद दिया। हादसे में महिला की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दोनों बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कार का चालक तेज़ी से गाड़ी चला रहा था और अचानक नियंत्रण खो बैठा। घटना के बाद आरोपी ड्राइवर मौके से फरार हो गया।

गाजियाबाद में रफ्तार का कहर !
गाजियाबाद में रफ्तार का कहर !

हादसा कैसे हुआ?

यह भयावह घटना गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र में सुबह करीब 10 बजे घटी। पीड़ित महिला अपने दो बच्चों के साथ बाजार से लौट रही थी। जैसे ही वह सड़क पार करने लगी, तभी तेज़ रफ्तार से आ रही एक सफेद रंग की कार ने तीनों को जबरदस्त टक्कर मार दी। टक्कर इतनी ज़ोरदार थी कि महिला कुछ मीटर तक घिसटती चली गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। दोनों बच्चे घायल अवस्था में सड़क किनारे तड़पते रहे।

घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे और बच्चों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों के अनुसार, एक बच्चे की हालत नाजुक बनी हुई है और उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है, जबकि दूसरे को प्राथमिक इलाज के बाद आईसीयू में शिफ्ट किया गया है।

ड्राइवर फरार, पुलिस तलाश में जुटी

हादसे के बाद आरोपी ड्राइवर गाड़ी को मौके पर छोड़कर फरार हो गया। पुलिस ने घटनास्थल से कार को जब्त कर लिया है और आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि कार दिल्ली नंबर की है और ड्राइवर संभवतः नशे की हालत में था।

एसएचओ लोनी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा:

“घटना बेहद दुखद है। महिला की मौके पर ही मौत हो गई थी। कार को जब्त कर लिया गया है और ड्राइवर की पहचान की जा रही है। जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।”

इलाके में फैला आक्रोश

घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। लोगों ने लापरवाह ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और कुछ समय के लिए सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया। स्थानीय पार्षद और जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी।

लोगों का कहना है कि उस सड़क पर अक्सर तेज रफ्तार गाड़ियां दौड़ती हैं, लेकिन ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी न के बराबर होती है। कई बार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

पीड़ित परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़

जानकारी के अनुसार, मृतक महिला का नाम रेखा (35) था, जो घरेलू महिला थी। उसके पति एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं और घटना के समय ड्यूटी पर थे। हादसे की खबर मिलते ही वह तुरंत अस्पताल पहुंचे और पत्नी की मौत की खबर सुनकर बदहवास हो गए। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

प्रशासन की ओर से सहायता का आश्वासन

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मामले का संज्ञान लेते हुए पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही, इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए इलाके में स्पीड ब्रेकर और निगरानी कैमरे लगाने की बात भी कही गई है।

निष्कर्ष

गाजियाबाद में हुआ यह हादसा न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है, बल्कि सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता की कमी का भी जीता-जागता उदाहरण है। जिस तरह से तेज रफ्तार और लापरवाह ड्राइविंग के कारण मासूम जिंदगियां खतरे में पड़ रही हैं, वह बेहद चिंताजनक है। यह समय है जब ट्रैफिक नियमों को और सख्ती से लागू किया जाए और ऐसे ड्राइवरों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए ताकि दोबारा कोई रेखा और उसके बच्चों की तरह सड़क पर अपनी जिंदगी न गंवाए।

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