‘अपराधियों के आगे नतमस्तक है प्रशासन’: चिराग पासवान !

लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान ने नीतीश सरकार पर निशाना साधा। राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे दुख है कि ऐसी सरकार का मैं समर्थन कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपराधियों के आगे नतमस्तक हो गया है।

लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने एक बार फिर बिहार की नीतीश कुमार सरकार पर जोरदार हमला बोला है। चिराग ने हाल के दिनों में राज्य में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को लेकर गहरी चिंता जताई और कहा कि “बिहार में अपराधियों के आगे प्रशासन नतमस्तक नजर आ रहा है, और आम जनता खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है।”

'अपराधियों के आगे नतमस्तक है प्रशासन': चिराग पासवान !
‘अपराधियों के आगे नतमस्तक है प्रशासन’: चिराग पासवान !

चिराग का यह बयान उन घटनाओं के बाद आया है, जहां राज्य के विभिन्न जिलों में हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार जैसी गंभीर आपराधिक घटनाएं सामने आई हैं। उन्होंने नीतीश सरकार पर ‘कानून-व्यवस्था’ के मोर्चे पर विफल होने का आरोप लगाया और कहा कि आज बिहार में कोई भी वर्ग सुरक्षित नहीं है—चाहे वह महिला हो, व्यवसायी, किसान या आम नागरिक।

चिराग ने नीतीश सरकार को घेरा

चिराग ने नीतीश सरकार को घेरा
चिराग ने नीतीश सरकार को घेरा

पटना में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चिराग पासवान ने कहा:

“बिहार में अपराध बेलगाम हो चुका है और नीतीश कुमार की सरकार केवल आंकड़ों की बाजीगरी कर रही है। जमीनी हकीकत यह है कि आम आदमी रात को सड़कों पर निकलने से डरता है। पुलिस या प्रशासन नाम की कोई व्यवस्था दिखाई नहीं देती। प्रशासन अपराधियों के सामने पूरी तरह झुक चुका है।”

उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सरकार कानून व्यवस्था के नाम पर केवल औपचारिकता निभा रही है और असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने का प्रयास किया जा रहा है।

“बदलाव की जरूरत है, सिर्फ चेहरा बदलने से कुछ नहीं होगा”

चिराग पासवान ने नीतीश कुमार पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि बार-बार सत्ता का चेहरा बदलने से बिहार की तस्वीर नहीं बदलेगी। उन्होंने कहा कि बिहार को अब एक नई सोच और युवा नेतृत्व की जरूरत है, जो विकास, सुरक्षा और सम्मान की गारंटी दे सके।

“बिहार की जनता थक चुकी है। अब उन्हें स्थिर और मजबूत नेतृत्व चाहिए जो केवल सत्ता में बने रहने की राजनीति न करे, बल्कि समस्याओं का समाधान भी दे।”

घटनाओं का हवाला देते हुए सरकार पर निशाना

चिराग ने राज्य में हाल ही में हुई कई आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि हर दिन अखबार हत्या, अपहरण, बलात्कार और डकैती की खबरों से भरे होते हैं। उन्होंने मुजफ्फरपुर, वैशाली, भागलपुर और गया जिलों में हाल की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि सरकार ने आंखें मूंद रखी हैं और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कई मामलों में तो पीड़ितों की सुनवाई तक नहीं हो रही और अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त है। इससे आम जनता में भय और सरकार के प्रति अविश्वास पैदा हो गया है।

मुख्यमंत्री से की इस्तीफे की मांग

चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि जब सरकार जनता को सुरक्षा देने में पूरी तरह असफल हो जाए, तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।

“नीतीश जी को खुद सोचना चाहिए कि क्या वे इस व्यवस्था को संभालने में सक्षम हैं। अगर नहीं, तो उन्हें पद छोड़ देना चाहिए और जनता को नई राह चुनने देना चाहिए।”

विपक्षी दलों से एकजुटता की अपील

चिराग पासवान ने बिहार के अन्य विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे इस मुद्दे पर राजनीति न करके एकजुट होकर सरकार पर दबाव बनाएं। उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था एक ऐसा मुद्दा है, जिस पर सभी दलों को मिलकर आवाज उठानी चाहिए।

निष्कर्ष

चिराग पासवान के इस बयान ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है। जहां एक ओर उन्होंने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए, वहीं दूसरी ओर जनता के बीच सुरक्षा और भरोसे की भावना को केंद्र में रखते हुए नेतृत्व परिवर्तन की मांग को भी मजबूती दी है। आने वाले विधानसभा चुनावों से पहले यह मुद्दा विपक्षी राजनीति का एक अहम हिस्सा बन सकता है, और सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती के रूप में उभर सकता है।

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