डिंपल यादव के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने वाले मौलाना साजिद के खिलाफ FIR दर्ज हो गई है। लखनऊ के विभूति खंड थाने मे गंभीर धाराओं मे मुकदमा दर्ज हुआ है।
समाजवादी पार्टी की कद्दावर नेत्री और कन्नौज से सांसद डिंपल यादव पर की गई कथित अभद्र टिप्पणी को लेकर मौलाना साजिद रशीदी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ यूपी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जल्द ही कानूनी पूछताछ की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। मौलाना साजिद के बयान ने राजनीतिक गलियारों में तूफान ला दिया है, जहां एक तरफ समाजवादी पार्टी के समर्थक गुस्से में हैं, वहीं दूसरी ओर विपक्ष इस मसले पर अपनी रणनीति साध रहा है।

क्या है पूरा मामला?
हाल ही में एक जनसभा में मौलाना साजिद रशीदी ने डिंपल यादव को लेकर कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग किया जिसे न सिर्फ अमर्यादित माना गया, बल्कि महिलाओं के सम्मान के खिलाफ भी बताया गया। सोशल मीडिया पर इस बयान का वीडियो तेजी से वायरल हो गया, जिससे जनाक्रोश बढ़ गया और विभिन्न राजनीतिक दलों व सामाजिक संगठनों ने इसकी तीखी आलोचना की।
FIR हुई दर्ज
डिंपल यादव के समर्थकों और समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं की शिकायत पर उत्तर प्रदेश पुलिस ने मौलाना साजिद के खिलाफ IPC की धारा 294 (अश्लीलता), 504 (शांति भंग करने के इरादे से अपमान), और 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुंचाना) के तहत FIR दर्ज की है। लखनऊ के हजरतगंज थाने में यह प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मौलाना साजिद को पूछताछ के लिए जल्द ही नोटिस जारी किया जाएगा। यदि वह सहयोग नहीं करते, तो उनके खिलाफ कड़ा कदम उठाया जा सकता है, जिसमें गिरफ्तारी भी शामिल है। पुलिस ने यह भी कहा कि बयान की ऑडियो-वीडियो रिकॉर्डिंग की सत्यता की जांच की जा रही है और डिजिटल साक्ष्य एकत्र किए जा रहे हैं।
डिंपल यादव की प्रतिक्रिया
डिंपल यादव ने इस पूरे मामले पर संयमित प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा,
“यह केवल मेरे नहीं, हर उस महिला के सम्मान की बात है जो सार्वजनिक जीवन में काम कर रही है। समाज में महिलाओं को लेकर इस तरह की भाषा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। कानून को अपना काम करने देना चाहिए।”
समाजवादी पार्टी का रुख
समाजवादी पार्टी ने मौलाना साजिद की टिप्पणी को शर्मनाक बताया और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। पार्टी प्रवक्ता ने कहा,
“यह सिर्फ डिंपल यादव पर हमला नहीं है, यह महिला शक्ति और राजनीतिक गरिमा पर हमला है। हम कानूनी स्तर पर भी इस पर पूरी ताकत से लड़ेंगे।”
मौलाना साजिद का बचाव
विवाद बढ़ने के बाद मौलाना साजिद ने सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और उनका उद्देश्य किसी की भावनाएं आहत करना नहीं था। उन्होंने कहा,
“मैं अपने शब्दों को लेकर खेद व्यक्त करता हूं, लेकिन मेरी बात को गलत संदर्भ में लिया गया है।” हालांकि, उन्होंने अभी तक औपचारिक माफ़ी नहीं मांगी है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
घटना की निंदा करते हुए कई महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने सख्त कार्रवाई की मांग की है। ट्विटर और फेसबुक पर #JusticeForDimpleYadav और #ArrestSajidRashidi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक राजनीतिक बयानबाज़ी का नहीं, बल्कि समाज में महिलाओं के सम्मान और राजनीतिक मर्यादा के महत्व का सवाल बन गया है। मौलाना साजिद के खिलाफ FIR और संभावित कानूनी कार्रवाई ने यह संकेत दिया है कि अब इस तरह की टिप्पणियों पर सख्त रुख अपनाया जाएगा। आने वाले दिनों में इस प्रकरण का राजनीतिक असर भी देखा जा सकता है, खासकर जब उत्तर प्रदेश की राजनीति पहले से ही गर्म है।
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