“AI के दौर का इश्क़: सिद्धार्थ-जाह्नवी की रोमांटिक कॉमेडी में सोलमेट की तलाश”

सिद्धार्थ मल्होत्रा और जाह्नवी कपूर की ‘परम सुंदरी’ सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस रोमांटिक कॉमेडी फिल्म की कहानी कैसी है, क्या इसे एक मौका देना चाहिए या नहीं, जानने के लिए नीचे पढ़ें।

फिल्मी दुनिया में जब भी रोमांटिक कॉमेडी (Rom-Com) की बात आती है, तो दर्शकों को हल्की-फुल्की कहानी, मजेदार संवाद और प्यार का नया नजरिया देखने को मिलता है। लेकिन इस बार एक दिलचस्प ट्विस्ट जुड़ा है—आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI। सिद्धार्थ और जाह्नवी कपूर की आने वाली फिल्म इसी अनोखे कॉन्सेप्ट पर आधारित है, जिसमें दिखाया जाएगा कि कैसे टेक्नोलॉजी के जमाने में भी लोग सच्चे सोलमेट की तलाश में भटकते रहते हैं।

"AI के दौर का इश्क़: सिद्धार्थ-जाह्नवी की रोमांटिक कॉमेडी में सोलमेट की तलाश"
“AI के दौर का इश्क़: सिद्धार्थ-जाह्नवी की रोमांटिक कॉमेडी में सोलमेट की तलाश”

फिल्म की कहानी और कॉन्सेप्ट

फिल्म की कहानी आधुनिक समय के युवाओं की जिंदगी को केंद्र में रखती है, जहां डेटिंग ऐप्स, चैटबॉट्स और AI-बेस्ड साथी इंसानों की भावनाओं पर भारी पड़ते दिखते हैं। सिद्धार्थ एक टेक-गीक का किरदार निभा रहे हैं, जो प्यार से ज्यादा लॉजिक पर भरोसा करता है। दूसरी ओर जाह्नवी एक फ्री-स्पिरिटेड लड़की हैं, जिसे इमोशन और रियल कनेक्शन पर विश्वास है। दोनों की मुलाकात एक AI-जनरेटेड मैचमेकिंग ऐप के जरिए होती है, और यहीं से शुरू होती है हास्य और रोमांस से भरी दिलचस्प यात्रा।

फिल्म की कहानी और कॉन्सेप्ट
फिल्म की कहानी और कॉन्सेप्ट

डिजिटल युग का प्यार

आज के समय में रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे। प्यार की परिभाषा बदल रही है, और इस फिल्म में इसी पर गहरा कटाक्ष किया गया है। AI-जनरेटेड सुझाव, वर्चुअल डेट्स और मशीन लर्निंग एल्गोरिद्म्स पर टिकी रिलेशनशिप्स इंसानों की सच्ची भावनाओं को चुनौती देते हैं। लेकिन फिल्म यह संदेश देती है कि चाहे जमाना कितना भी हाई-टेक क्यों न हो, सच्चा इश्क वही है जो दिल से दिल को जोड़ता है।

दर्शकों से कनेक्शन

युवाओं में यह फिल्म इसलिए भी खास जुड़ाव पैदा कर सकती है क्योंकि आज की पीढ़ी वाकई टेक्नोलॉजी पर काफी निर्भर हो गई है। कई बार लोग अपने असली रिश्तों से ज्यादा वर्चुअल कनेक्शन को महत्व देने लगे हैं। इस लिहाज से फिल्म हल्के-फुल्के अंदाज में गंभीर सवाल उठाती है—क्या वाकई हम अपना सोलमेट AI से ढूंढ़ सकते हैं?

कॉमेडी और रोमांस का तड़का

फिल्म में सिद्धार्थ और जाह्नवी की केमिस्ट्री देखने लायक होगी। मजेदार स्थितियां तब पैदा होती हैं जब सिद्धार्थ का किरदार हर चीज़ को AI और डेटा एनालिसिस के जरिए समझने की कोशिश करता है, जबकि जाह्नवी उसे दिल की सुनने के लिए चैलेंज करती हैं। दोनों के बीच होने वाली खट्टी-मीठी नोकझोंक दर्शकों को हंसी से लोटपोट कर देगी और साथ ही प्यार की अहमियत पर सोचने को मजबूर करेगी।

म्यूजिक और प्रस्तुति

रोम-कॉम फिल्मों की जान उनका संगीत और हल्की-फुल्की प्रस्तुति होती है। इस फिल्म में भी कुछ खूबसूरत रोमांटिक गाने और डांस नंबर शामिल हैं, जो युवा दर्शकों को खासतौर पर लुभाएंगे। साथ ही फिल्म का विजुअल ट्रीटमेंट भी मॉडर्न और टेक-फ्रेंडली रखा गया है, जिससे यह आज के जेन-जेड और मिलेनियल दर्शकों को आकर्षित कर सके।

संदेश और निष्कर्ष

फिल्म अंत में यही संदेश देती है कि इंसानी दिल और भावनाओं की जगह कोई मशीन या एल्गोरिद्म नहीं ले सकता। टेक्नोलॉजी हमें करीब ला सकती है, लेकिन असली रिश्ता तभी टिकता है जब उसमें प्यार, भरोसा और सच्चाई हो।

कुल मिलाकर, “AI के दौर का इश्क़” न सिर्फ एक हल्की-फुल्की रोमांटिक कॉमेडी है, बल्कि यह आज की पीढ़ी की हकीकत को भी आईने की तरह सामने लाती है। सिद्धार्थ और जाह्नवी की जोड़ी, मजेदार पटकथा और नए जमाने का कॉन्सेप्ट इसे युवाओं के लिए एक मस्ट-वॉच फिल्म बना सकता है।

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