सपा प्रमुख अखिलेश यादव आज वोटर अधिकार यात्रा में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के साथ मंच साझा किया। इस मौके पर उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने अवध हराया, आप मगध हराइये।
बिहार की राजनीति में इस समय माहौल पूरी तरह से गरमाया हुआ है। आरा में विपक्षी दलों की साझा रैली ने माहौल को और ज्यादा रोचक बना दिया। इस रैली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के नेता तेजस्वी यादव एक ही मंच पर दिखाई दिए। तीनों नेताओं ने बीजेपी और एनडीए पर तीखा हमला बोला और जनता से विपक्षी गठबंधन को समर्थन देने की अपील की।

अखिलेश यादव का बीजेपी पर तंज
रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा, “हमने उत्तर प्रदेश में अवध की धरती पर बीजेपी को हराया है। अब बारी आप सबकी है कि बिहार की मगध की धरती पर बीजेपी को हराकर यह संदेश पूरे देश को दें।” उनके इस बयान पर सभा में मौजूद लोगों ने जोरदार तालियों और नारों से उनका समर्थन किया।

अखिलेश ने कहा कि बीजेपी केवल झूठे वादों और भावनाओं को भड़काकर राजनीति करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने किसानों, युवाओं और गरीबों से कई वादे किए, लेकिन उन्हें निभाया नहीं। “नौजवान रोजगार की तलाश में भटक रहे हैं, किसान अपनी फसल का सही दाम नहीं पा रहे हैं और व्यापारी महंगाई से परेशान हैं। ऐसे में जनता को अब बदलाव का फैसला करना होगा,” अखिलेश ने कहा।
राहुल गांधी का संबोधन
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी मंच से बीजेपी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि बीजेपी की राजनीति केवल लोगों को बांटने पर आधारित है। राहुल ने कहा, “हम एक ऐसा भारत चाहते हैं जहां सभी जाति और धर्म के लोग मिलकर तरक्की करें। लेकिन बीजेपी समाज को विभाजित करने की राजनीति कर रही है। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर इसे जवाब दें।”

राहुल ने महंगाई और बेरोजगारी का मुद्दा उठाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने केवल बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है। आम आदमी की जेब खाली हो गई है और युवाओं के सपने टूट रहे हैं। उन्होंने वादा किया कि अगर विपक्षी गठबंधन सत्ता में आता है तो रोजगार और शिक्षा के नए अवसर पैदा किए जाएंगे।
तेजस्वी यादव की जोशीली स्पीच
रैली के तीसरे बड़े चेहरे तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता से सीधा संवाद करते हुए कहा कि यह चुनाव केवल सत्ता परिवर्तन का नहीं बल्कि विचारधारा की लड़ाई है। उन्होंने कहा, “बीजेपी ने बिहार को पिछड़ा बनाकर रखा है। युवाओं को नौकरी नहीं मिली, किसानों को सम्मान नहीं मिला और गरीबों के जीवन में कोई सुधार नहीं हुआ। अब समय है कि हम सब मिलकर बिहार और देश को नई दिशा दें।”
तेजस्वी ने यह भी कहा कि आरजेडी और महागठबंधन हमेशा गरीबों, पिछड़ों और मजदूरों की आवाज उठाता रहा है और आगे भी यही राजनीति जारी रहेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे घर-घर जाकर लोगों को विपक्षी गठबंधन की नीतियों के बारे में बताएं।
विपक्षी एकजुटता का संदेश
आरा की यह रैली केवल भाषणों तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह विपक्ष की एकजुटता का भी प्रतीक बनी। अखिलेश यादव, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का एक ही मंच साझा करना इस बात का संकेत था कि 2025 और उसके बाद के चुनावों में बीजेपी को कड़ी टक्कर देने के लिए विपक्षी दल अब साथ मिलकर मैदान में उतरेंगे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस रैली ने न केवल बिहार की राजनीति को प्रभावित किया है, बल्कि इसका असर उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में भी देखने को मिलेगा। विपक्ष यह संदेश देने में सफल रहा कि अब लड़ाई अकेले की नहीं बल्कि मिलकर लड़ी जाएगी।
जनता का जोश
रैली स्थल पर भारी भीड़ उमड़ी। दूर-दराज से लोग नेताओं का भाषण सुनने पहुंचे। राहुल गांधी, अखिलेश यादव और तेजस्वी यादव के नाम पर लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। मंच से नेताओं के बोलते ही जनता “बदलाव चाहिए” और “महागठबंधन जिंदाबाद” जैसे नारे लगाने लगी।
निष्कर्ष
आरा की यह रैली विपक्ष की एकता और बीजेपी विरोधी रणनीति का बड़ा प्रदर्शन मानी जा रही है। अखिलेश यादव के “हमने अवध हराया, अब आप मगध हराइये” वाले बयान ने सभा में मौजूद लोगों में उत्साह भर दिया और यह संदेश दिया कि विपक्षी दल अब पूरी ताकत के साथ बीजेपी को चुनौती देंगे।
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