इस बीच महाकुंभ में एक और ‘साध्वी’ की एंट्री हो गई है. सोशल मीडिया यूजर्स इन्हें हर्षा रिछारिया की बहन बता रहे हैं. बता दें कि इनका नाम डिजा शर्मा है. खबर में आगे डिजा की पूरी कहानी जानिए.
144 साल बाद प्रयागराज में लगे महाकुंभ मेले की चर्चा ही चर्चा है. सोशल मीडिया पर हर दूसरा वीडियो आपको महाकुंभ का देखने को मिल जाएगा. महाकुंभ में पहुंचे ‘आईआईटी बाबा’ अभय सिंह, ‘सुंदर साध्वी’ के रूप में फेमस हुईं हर्षा रिछारिया और माला बेचने वाली लड़की मोनलिसा की रील्स और शॉर्ट्स जमकर वायरल हैं. इस बीच महाकुंभ में एक और ‘साध्वी’ की एंट्री हो गई है. सोशल मीडिया यूजर्स इन्हें हर्षा रिछारिया की बहन बता रहे हैं. बता दें कि इनका नाम डिजा शर्मा है. खबर में आगे डिजा की पूरी कहानी जानिए.
यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में डिजा ने बताया कि वह पहले स्पाइसजेट कंपनी में एयरहोस्टेस थीं. उन्होंने बताया कि 6 महीने पहले मां के निधन के बाद उनके जीवन में एक नया मोड़ आया और उन्होंने आध्यात्म की दुनिया में कदम रखने का मन बनाया. डिजा बताती हैं कि उनके परिवार में मां के निधन के बाद अब उनके पिता बचे हैं. डिजा के अनुसार, वो प्रयागराज स्थित महाकुंभ आई हैं और इससे उनके पिता को कोई ऐतराज नहीं है. उन्होंने कहा कि उन्हें साध्वी न कहा जाए क्योंकि वह अभी साध्वी बनी नहीं हैं. डिजा ने कहा, “अभी साध्वी हूं नहीं. मेरी उम्र अभी कम है. मैं 29 की हूं, मुझे नहीं लगता कि अभी मुझे साध्वी बनने के लिए जाना चाहिए.”
हर्षा रिछारिया के साथ नाम जोड़े जाने पर डिजा ने क्या कहा?
सोशल मीडिया पर महाकुंभ की ‘सुंदर साध्वी’ के रूप में वायरल हुईं हर्षा रिछारिया के साथ नाम जोड़े जाने पर डिजा ने कहा, “मैं न हर्षा रिछारिया की बहन हूं और न ही बनना चाहती हूं. क्योंकि वह अभिनेत्री और इन्फ्युएंसेर हैं.” बता दें कि 31 साल की हर्षा रिछारिया उत्तराखंड से हैं. पेशे से होस्ट और एंकर हर्षा, निरंजनी अखाड़े से जुड़ी हुई हैं. हर्षा के महाकुंभ के वीडियो काफी ज्यादा वायरल हुए थे. वहीं, महाकुंभ में उनको रथ पर बैठाए जाने पर विवाद बढ़ा था.
अपने गेटअप को लेकर डिजा ने ये कहा
बकौल डिजा, “मैं अपना गेटअप ऐसे ही रखती हूं. मैं रुद्राक्ष पहनती हूं. मैंने जितनी भी रुद्राक्ष मालाएं पहनी हैं, वो किसी महाराज से पूजा करवाकर ही पहनी हैं.”
आध्यात्म की ओर आने पर डिजा ने कही ये बात
डिजा के अनुसार, “मैं पहले एयर होस्टेस थी. उस नौकरी को छोड़कर अभी कुछ चीजों पर रिसर्च कर रही हूं. अभी 6 महीने पहले मेरी मां का देहांत हुआ. वो काफी कम उम्र की थीं. मां की मौत के बाद अहसास हुआ कि अगर कोई अपना आपके साथ नहीं रहेगा तो इतना जो कमा रहे हैं उसके कोई फायदा नहीं है. मां के देहांत के बाद मैंने आध्यात्म की ओर जाने का मन बनाया.”
आईआईटी बाबा को लेकर डिजा ने ये कहा
डिजा ने आईआईटी बाबा अभय सिंह को लेकर कहा, “हर किसी की लाइफ में कोई न कोई इंसिडेंट होता है. मेरे जीवन में भी 6 महीने पहले एक घटना घटी. हर किसी के जीवन में कोई ऐसा इंसिडेंट होता है, जिसके बाद वो उसे बदल देता है. उनके साथ भी कुछ घाट होगा.”