गृह मंत्रालय में आज एक अहम सुरक्षा बैठक हुई। इस बैठक में सभी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के महानिदेशक शामिल हुए।
गृह मंत्रालय में मंगलवार को एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक हुई, जिसमें देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर गहन चर्चा की गई। यह बैठक जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद बुलाई गई है, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी। जान गंवाने वाले लोगों में ज्यादातर पर्यटक थे। इस उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता गृह सचिव गोविंद मोहन ने की।

इस बैठक में बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF), असम राइफल्स और नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (NSG) के महानिदेशक के अलावा सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) और सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (CISF) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर आतंकवाद-रोधी अभियान चलाया जा रहा है। फिलहाल, ऑपरेशन की संवेदनशीलता को देखते हुए कोई विशेष जानकारी शेयर नहीं की जा रही है।

भारत ने मंगलवार को पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के X हैंडल पर रोक लगा दी है। पहलगाम हमले के बाद ख्वाजा आसिफ का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया था कि पाकिस्तान लंबे अरसे से आतंकी संगठनों की फंडिंग करता आ रहा है। भारत ने सोमवार को भी 17 पाकिस्तानी यू-ट्यूब चैनल्स बैन कर दिए थे।
पहलगाम हमले में आज इंटेलिजेंस एजेंसियों ने बड़ी जानकारी दी। इंटेलिजेंस एजेंसियों के सूत्रों ने बताया कि हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है। मूसा अभी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है।
लश्कर ने ही उसे जम्मू-कश्मीर भेजा था, ताकि वह सुरक्षा बलों और गैर-कश्मीरियों पर हमलों को अंजाम दे सके। मूसा ने गांदरबल के गगनगीर में अक्टूबर 2024 में हमले को अंजाम दिया था। इसमें कई मजदूर और एक स्थानीय डॉक्टर की जान गई थी।
अटैक की जांच कर रही NIA लगातार सीन री-क्रिएशन कर रही है। एजेंसी आतंकियों की मदद करने वाले स्थानीय नागरिकों की तलाश में है। 22 अप्रैल को पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे।
आतंकवाद से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई
सोमवार को डोडा जिले में आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करने और आतंकवाद से जुड़े लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 13 जगहों पर छापेमारी की। वहीं, श्रीनगर पुलिस ने भी प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) और सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की।
श्रीनगर में 63 लोगों के घरों की ली गई तलाशी
पुलिस की प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, श्रीनगर में कुल 63 लोगों के घरों की तलाशी ली गई। ये तलाशी अभियान विधिसम्मत तरीके से कार्यकारी मजिस्ट्रेटों और स्वतंत्र गवाहों की उपस्थिति में जम्मू-कश्मीर पुलिस अधिकारियों की निगरानी में किया गया। इस कार्रवाई का उद्देश्य हथियार, दस्तावेज, डिजिटल डिवाइसेज आदि की बरामदगी के जरिए सबूत और खुफिया जानकारी एकत्र करना है, ताकि किसी भी षड्यंत्रकारी या आतंकी गतिविधि को समय रहते रोका जा सके।
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