मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि करगिल की तरह ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भी निष्पक्ष जांच समिति बनाई जानी चाहिए। इस समिति को पूरे ऑपरेशन की जांच करनी चाहिए और सच्चाई देश के सामने आनी चाहिए।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान सैन्य संघर्ष में भारत के कितने फाइटर विमान गिरे? इस सवाल को लेकर सियासत गरमाती नजर आ रही है. भारत-पाक सैन्य संघर्ष थमने के 20 दिन बाद शनिवार को यह मुद्दा एक बार फिर उठा. जिसके बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान के एक बयान से यह मामला गरमा गया है. सिंगापुर में ‘शांगरी-ला’ वार्ता में शामिल होने पहुंचे सीडीएस अनिल चौहान ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में भारत के विमान गिराए जाने से जुड़े सवाल पर गोल-मटोल जवाब दिया.

कांग्रेस ने की संसद के विशेष सत्र बुलाने की मांग
सीडीएस के बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने संसद के विशेष सत्र की मांग की है. उन्होंने कहा कि हम ऑपरेशन सिंदूर पर सवाल पूछना चाहते है. कांग्रेस नेता ने ऑपरेशन सिंदूर की जांच की जांच उठाई और कहा कि कारगिल की तरह रिव्यू कमेटी बने. खरगे ने कहा कि CDS के बयान के बाद संसद का विशेष सत्र बुलाया जाना जरूरी है.
कारगिल युद्ध की समीक्षा की तर्ज पर समिति बनाएगी केंद्र?
इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने कहा कि था कि 29 जुलाई को 1999 को कारगिल युद्ध समाप्त होने के तीन दिन बाद वाजपेयी सरकार ने सामरिक विशेषज्ञ के सुब्रह्मण्यम की अध्यक्षता में समिति का गठन किया और कारगिल युद्ध की समीक्षा की । समिति ने पांच माह बाद अपनी रिपोर्ट दी थी, जो कि संसद के दोनों पटलों पर रखी गई, क्या मोदी सरकार अब सिंगापुर में चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ द्वारा किए गए खुलासे के मद्देनजर ऐसा कुछ करेंगे।
सीडीएस के बयान को कोट करते हुए खरगे ने उठाए सवाल
अपने पोस्ट में CDS के इंटरव्यू को कोट करते हुए खरगे ने लिखा, सीडीएस के अनुसार, “हमने इसे बनाया, इसे सुधारा, इसे ठीक किया और फिर दो दिनों के बाद इसे फिर से लागू किया और अपने सभी जेट विमानों को फिर से लंबी दूरी तक निशाना बनाते हुए उड़ाया”.
सीजफायर में ट्रंप के दावे को लेकर भी खरगे ने उठाए सवाल
इसके साथ-साथ कांग्रेस ने सीजफायर से जुड़े ट्रंप के दावे को लेकर भी सवाल उठाया है. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने लिखा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने युद्ध विराम कराने के अपने दावे को फिर से दोहराया है. यह शिमला समझौते का सीधा अपमान है. खरगे ने यह भी पूछा कि संघर्ष विराम समझौते की शर्तें क्या हैं? 140 करोड़ देशभक्त भारतीयों को यह जानने का हक है.
राहुल गांधी भी कर चुके विशेष सत्र की मांग
राहुल गांधी ने भी ऑपरेशन सिंदूर की पारदर्शिता और सीजफायर पर संसद में विशेष सत्र बुलाने की मांग की थी। इसके साथ ही, उन्होंने सरकार से चार सवाल पूछे थे, जिसमें पहलगाम हमले के आतंकियों के पकड़े न जाने और ऑपरेशन की सफलता से जुड़े सवाल शामिल थे।
तेलंगाना के मंत्री और पूर्व फाइटर पायलट ने भी उठाए सवाल

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इतर तेलंगाना सरकार में मंत्री और भारतीय वायु सेना के पूर्व फाइटर पायलट उत्तम कुमार रेड्डी ने भी शनिवार को प्रेस कांफ्रेंस कर कई सवाल उठाए. उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा- वायु सेनाध्यक्ष ने जो बयान दिया है वो चिंता की बात है. वायु सेना ने जो हाल में जीत हासिल की , हम उसकी सराहना करते हैं. सभी लक्ष्य प्राप्त किए गए, हमें उनपर गर्व है.
राजनीतिक हलकों में मचा हड़कंप
CDS के बयान के बाद जहां कांग्रेस हमलावर है, वहीं सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। विपक्ष का कहना है कि अगर देश ने सैन्य स्तर पर कोई बड़ा नुकसान उठाया है, तो उसकी जानकारी संसद और जनता को दी जानी चाहिए।
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