क्रिकेटर सुरेश रैना को ED ने भेजा समन !

प्रवर्तन निदेशालय ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस जारी किया है। दरअसल बेटिंग ऐप मामले में सुरेश रैना को पूछताछ के लिए ईडी ने दफ्तर बुलाया है।

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना को एक विवादास्पद बेटिंग ऐप मामले में पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है। जानकारी के मुताबिक, ईडी ने रैना को अपने दफ्तर में पेश होने के लिए बुलाया है ताकि उनसे इस मामले से जुड़े वित्तीय लेन-देन और संभावित संबंधों के बारे में जानकारी ली जा सके। यह मामला एक ऐसे ऑनलाइन बेटिंग ऐप से जुड़ा है, जिसे अवैध सट्टेबाजी और हवाला के जरिए धन के लेन-देन के आरोपों में जांच के दायरे में लाया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, यह बेटिंग ऐप देश के कई राज्यों में गैर-कानूनी तरीके से चलाया जा रहा था और इसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल थे। ऐप के जरिए करोड़ों रुपये का लेन-देन हुआ है, जिसमें कथित रूप से हवाला नेटवर्क का भी इस्तेमाल हुआ। ईडी को संदेह है कि इस नेटवर्क में कुछ हाई-प्रोफाइल हस्तियां भी शामिल हो सकती हैं, जिनका नाम प्रचार या प्रमोशन से जुड़ा है।

क्रिकेटर सुरेश रैना को ED ने भेजा समन !
क्रिकेटर सुरेश रैना को ED ने भेजा समन !

सुरेश रैना का नाम इस मामले में तब सामने आया जब जांच एजेंसी ने कुछ वित्तीय दस्तावेजों और डिजिटल डेटा की जांच की। ऐसा माना जा रहा है कि रैना ने सीधे तौर पर बेटिंग में हिस्सा नहीं लिया, लेकिन उनसे यह जानने के लिए पूछताछ की जाएगी कि क्या उनका नाम या छवि इस ऐप के प्रचार-प्रसार में इस्तेमाल हुई और क्या इसके बदले कोई आर्थिक लाभ लिया गया। ईडी के एक अधिकारी के मुताबिक, “यह नोटिस पूछताछ के लिए है, इसका मतलब यह नहीं है कि अभी उन पर कोई आपराधिक आरोप तय हुआ है।”

इस मामले की जांच में पहले ही कई लोगों से पूछताछ हो चुकी है और कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं। ईडी को इस बात के सबूत मिले हैं कि इस ऐप से कमाई गई रकम का एक हिस्सा हवाला के जरिए विदेश भेजा गया और फिर वहां से निवेश के रूप में वापस लाया गया। एजेंसी इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि क्या इस पैसे का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में किया गया।

सुरेश रैना, जो 2020 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक रहे हैं। वह चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के लिए आईपीएल में लंबे समय तक खेले और उन्हें “Mr. IPL” के नाम से भी जाना जाता है। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद रैना ने कई सामाजिक और व्यावसायिक गतिविधियों में हिस्सा लिया है, जिनमें स्पोर्ट्स अकादमी और फिटनेस प्रोजेक्ट्स शामिल हैं।

रैना की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन उनके करीबी सूत्रों ने कहा है कि वह जांच में पूरा सहयोग करेंगे और अगर बुलाया जाएगा तो ईडी के सामने पेश होकर अपना पक्ष रखेंगे। सूत्रों का कहना है कि रैना का इस मामले में कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है और वह इस नोटिस को केवल औपचारिक पूछताछ मानते हैं।

ईडी इस मामले में तकनीकी विशेषज्ञों की मदद से डिजिटल ट्रांजैक्शन और डेटा रिकवरी पर काम कर रही है। जांच एजेंसी का मानना है कि इस नेटवर्क में शामिल कई लोगों ने अपना रोल छुपाने के लिए जटिल लेन-देन संरचना का इस्तेमाल किया है।

यह मामला न केवल अवैध सट्टेबाजी से जुड़ा है, बल्कि इसमें मनी लॉन्ड्रिंग, विदेशी मुद्रा नियमों का उल्लंघन और साइबर अपराध जैसी धाराओं के तहत भी जांच चल रही है। ईडी आने वाले दिनों में और भी बड़े नामों को तलब कर सकती है, जिससे यह जांच और व्यापक हो सकती है।

कुल मिलाकर, सुरेश रैना को जारी यह नोटिस क्रिकेट और खेल जगत के लिए चौंकाने वाली खबर है, क्योंकि यह पहली बार है जब उनका नाम किसी आर्थिक अपराध की जांच में सामने आया है। आने वाले दिनों में पूछताछ के बाद स्थिति और स्पष्ट होगी कि उनका इस पूरे मामले से क्या संबंध है और क्या यह महज एक औपचारिक कार्यवाही है या फिर इसके पीछे कोई गहरी जांच की दिशा है।

इलीगल बेटिंग ऐप का प्रमोशन, पुलिस का एक्शन

बता दें कि सट्टेबाजी के ऐप्स जुआ या सट्टा खेलने की लत को बढ़ावा देते हैं जो समाज को काफी नुकसान पहुंचाता है और अक्सर वित्तीय संकट का कारण बनता है। पुलिस के मुताबिक, सट्टेबाजी के ये प्लैटफॉर्म्स खास तौर पर युवाओं और व्यस्कों को अपना निशाना बनाते हैं। आसानी से जुआ खेलने की सुविधा देकर ये प्लैटफॉर्म्स बेरोजगार युवाओं को यह कहकर झूठी उम्मीद देते हैं कि वह सट्टेबाजी ऐप के जरिए काफी पैसा कमा सकते हैं। किसी को भी अवैध रूप से सट्टेबाजी ऐप का प्रचार नहीं करना चाहिए।

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