“तेज प्रताप यादव का वार: पाँच जयचंदों में से एक जल्द छोड़ने वाला है बिहार”

तेज प्रताप ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करके एक बार फिर जयचंदों के खिलाफ युद्ध का बिगुल फूंक दिया है। उन्होंने कहा है कि पांच जयचंदों में से एक जयचंद आज बिहार छोड़कर भागने वाला है।

पटना की सियासत में एक बार फिर गरमाहट आ गई है। आरजेडी नेता और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने गुरुवार को एक बड़ा और विवादित बयान देते हुए दावा किया कि “बिहार की राजनीति में पाँच जयचंद सक्रिय हैं, जिनमें से एक जयचंद आज ही बिहार छोड़कर भागने वाला है।” तेज प्रताप का यह बयान आते ही सियासी हलकों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है। विपक्षी पार्टियों से लेकर सत्ता पक्ष तक, हर कोई इस बात को लेकर उत्सुक है कि आखिर तेज प्रताप किस नेता की ओर इशारा कर रहे हैं।

"तेज प्रताप यादव का वार: पाँच जयचंदों में से एक जल्द छोड़ने वाला है बिहार"
“तेज प्रताप यादव का वार: पाँच जयचंदों में से एक जल्द छोड़ने वाला है बिहार”

तेज प्रताप का सियासी हमला

तेज प्रताप यादव ने अपने बयान में सीधे किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन उनके शब्दों ने राजनीतिक पंडितों को सोचने पर मजबूर कर दिया। उन्होंने कहा, “बिहार की राजनीति में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने हमेशा विश्वासघात किया है। वे अंदरखाने साजिश रचते रहते हैं। मैंने पहले भी कहा था कि ऐसे पाँच जयचंद हैं, और अब उनमें से एक का असली चेहरा सामने आने वाला है। आज ही वह बिहार छोड़कर भाग जाएगा।”

इस बयान के बाद पत्रकारों ने उनसे बार-बार यह पूछने की कोशिश की कि वह किस नेता की ओर इशारा कर रहे हैं, लेकिन तेज प्रताप यादव ने नाम बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि जनता को जल्द ही सच्चाई खुद पता चल जाएगी।

आरजेडी खेमे में हलचल

तेज प्रताप यादव के बयान से आरजेडी खेमे में भी हलचल मच गई है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का कहना है कि यह तेज प्रताप की निजी राय है और आधिकारिक रूप से पार्टी का कोई रुख नहीं है। वहीं, पार्टी के कुछ युवा नेताओं ने इसे विपक्ष के लिए चेतावनी बताया है। उनका मानना है कि तेज प्रताप अक्सर इशारों में ऐसी बातें कहते हैं, जिससे विपक्षी दलों की बेचैनी बढ़ जाती है।

विपक्ष का पलटवार

तेज प्रताप यादव के इस बयान पर विपक्षी दलों ने भी तंज कसना शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता ने कहा कि “तेज प्रताप यादव को पहले अपनी पार्टी के भीतर देखना चाहिए। जयचंद उनकी पार्टी में ही बैठे हैं। लालू परिवार में ही कौन किसके साथ है, यह किसी से छुपा नहीं है।”

जेडीयू नेताओं ने भी इसी तरह की प्रतिक्रिया दी और कहा कि तेज प्रताप यादव का बयान केवल सुर्खियों में बने रहने का तरीका है। उनका दावा है कि यादव परिवार की आंतरिक कलह ही इन बयानों की वजह है।

सियासी कयास तेज

तेज प्रताप यादव के बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान भाजपा या जेडीयू के किसी नेता को लेकर हो सकता है, जो हाल ही में दिल्ली संपर्क में देखे गए हैं। वहीं कुछ का कहना है कि यह आरजेडी या महागठबंधन के भीतर से ही किसी पर निशाना साधा गया है।

राजनीति के जानकारों का मानना है कि बिहार में आगामी चुनावों की आहट के बीच ऐसे बयान माहौल को और ज्यादा गर्मा सकते हैं। तेज प्रताप की बयानबाजी का असर महागठबंधन के भीतर भी देखने को मिल सकता है।

जनता में उत्सुकता

तेज प्रताप यादव अपने तीखे और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। उनका यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। ट्विटर (X) और फेसबुक पर लोग इस बात पर बहस कर रहे हैं कि आखिर वह “एक जयचंद” कौन है। कई यूजर्स ने इसे सिर्फ राजनीतिक स्टंट बताया तो कुछ ने इसे एक बड़ा खुलासा मानते हुए नामों के अनुमान लगाना शुरू कर दिया।

आगे क्या?

तेज प्रताप यादव के इस बयान से स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में आने वाले दिनों में हलचल और बढ़ने वाली है। अगर वास्तव में कोई बड़ा नेता राज्य छोड़ता है, तो यह विपक्ष और सत्ता पक्ष दोनों के लिए ही बड़ा झटका हो सकता है। वहीं, अगर यह बयान सिर्फ एक राजनीतिक रणनीति है, तो आने वाले दिनों में इसकी सच्चाई सामने आ जाएगी।

कुल मिलाकर, तेज प्रताप यादव का “पाँच जयचंद” वाला बयान बिहार की राजनीति में नई बहस छेड़ चुका है। जनता और राजनीतिक वर्ग की निगाहें अब इस बात पर टिकी हैं कि आखिर वह “जयचंद” कौन है जो बिहार छोड़कर जाने वाला है।

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