भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज पहुंच गए हैं। भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रयागराज में संगम घाट पर पहुंच गए हैं।सीएम योगी के साथ राजा वांगचुक ने साइबेरियन पक्षियों को दाना खिलाया ,बता दे भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक सोमवार राजधानी लखनऊ पहुंचे थे। जहां अमौसी एयरपोर्ट पर सीएम योगी ने उनका स्वागत किया था। सीएम योगी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर तस्वीरें साझा की हैं। उन्होंने एक्स पर कहा, “शौर्य, संस्कार एवं सांस्कृतिक समरसता की पावन भूमि उत्तर प्रदेश में भूटान के महामहिम नरेश जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक जी का हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन !”

भूटान नरेश अक्षयवट और हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे
संगम स्नान और पूजन के बाद भूटान नरेश अक्षयवट और हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन करेंगे। इसके बाद बड़े हनुमान मंदिर के पास ही स्थित डिजिटल महाकुंभ अनुभूति केंद्र का अवलोकन करेंगे। वहां से अरैल स्थित त्रिवेणी शंकुल जाएंगे। भूटान नरेश करीब ढाई बजे बमरौली एयरपोर्ट पहुंचेंगे और वहां से करीब तीन बजे रवाना होंगे। इस दौरान मुख्यमंत्री भी मौजूद रहेंगे।
महाकुंभ: अब तक 37 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
महाकुंभ के तीसरे और आखिरी शाही स्नान में रात आठ बजे तक 2.57 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाई। इसके साथ अब तक 37.54 करोड़ लोग स्नान कर चुके हैं। वसंत पंचमी पर पूरी दुनिया एक तट पर एकता के महाकुंभ को परिभाषित करती रही। इस अनंत प्रेम, बंधुत्व के प्रवाह का संत-भक्त, कल्पवासी सभी साक्षी बने। रात 12 बजे के बाद से ही वसंत की डुबकी लगने लगी। पांच बजे भोर में संगम जाने वाले अखाड़ा मार्ग के दोनों तरफ व वॉच टावर से लेकर संगम अपर और संगम लोअर मार्ग के दोनों ओर की चकर्ड प्लेट सड़कों की पटरियों पर तिल रखने की जगह नहीं बची। त्रिवेणी पांटून पुल से संगम जाने वाले मार्ग पर ढोल, ताशे के बीच शाही सवारियों का हर किसी को इंतजार था। चाहे लाल मार्ग हो या काली मार्ग या फिर त्रिवेणी मार्ग, हर तरफ से लोग झूमते, ठिठकते संगम में डुबकी लगाने पहुंचे। अब 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा स्नान है।