कनाडा की लिबरल पार्टी ने जस्टिन ट्रूडो की जगह पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर मार्क कार्नी को नया प्रधानमंत्री चुना है. यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई जब अमेरिका-कनाडा संबंध डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों के कारण तनावपूर्ण हैं.
कनाडा की सत्तारूढ़ लिबरल पार्टी ने रविवार को जस्टिन ट्रूडो की जगह एक नए प्रधानमंत्री चेहरे को चुन लिया है. पूर्व केंद्रीय बैंक गवर्नर मार्क कार्नी कनाडा के पीएम होंगे.

उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब कनाडा और अमेरिका के बीच डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ धमकियों के कारण मतभेद देखा जा रहा है. डोनाल्ट ट्रंप की धमकियों के कारण कनाडा की अर्थव्यवस्था प्रभावित होने वाली है. कार्नी बैंक ऑफ कनाडा के चीफ रहे और उन्होंने अपने कार्यकाल में वित्तीय संकटों का सामना किया. 2013 में वह बैंक ऑफ इंग्लैंड के प्रमुख बने. 1694 में इसकी स्थापना के बाद वह इसका नेतृत्व करने वाले पहले गैर नागरिक थे. उनकी नियुक्ति को ब्रिटेन में प्रशंसा मिली, क्योंकि 2008 के वित्तीय संकट से कनाडा कई अन्य देशों की तुलना में तेजी से उबरा था.
एक लाख 31 हजार वोटों से जीते मार्क कार्नी
लिबरल पार्टी का नेता चुने जाने के लिए मार्क कार्नी को 1,31,674 वोट मिले, जबकि उनके खिलाफ चुनाव लड़ीं क्रिस्टिया फ्रीलैंड को 11,134 वोट ही मिले. वहीं करीना गोल्ड को 4,785 और फ्रैंक बेलिस को 4,038 वोट मिले. कनाडा का नया पीएम चुने जाने के बाद मार्क कार्नी ने देश को मजबूत बताया. उन्होंने कहा, ‘यह कमरा मजबूत है, यह कमरा मजबूत कनाडा है.’
लिबरल पार्टी मजबूत और एकजुट: मार्क कार्नी
उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान समय में कनाडा के लोगों से बस यही अपेक्षा की जाती है कि वे कनाडा के लिए खड़े हों. कार्नी ने आगे कहा कि लिबरल पार्टी मजबूत और एकजुट है और एक बेहतर राष्ट्र बनाने के लिए तैयार है.
अमेरिका की टैरिफ धमकी पर क्या बोले कार्नी ?
नए पीएम ने कहा कि उनकी सरकार कनाडा को मजबूत करने के लिए नई योजनाएं लागू करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि वह ‘विश्वसनीय’ व्यापार साझेदारों के साथ मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं. वहीं ट्रंप की टैरिफ धमकियों को लेकर कार्नी ने कहा कि हम उन्हें सफल नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा कि जवाबी कार्रवाई तब तक जारी रहेगी जब तक अमेरिका कनाडा के साथ मिलकर मुक्त और निष्पक्ष व्यापार की विश्वसनीय और भरोसेमंद प्रतिबद्धताएं नहीं बनाता.