केरल के कोल्लम जिले में मंदिर में आरएसएस के “गण गीतम” गाने पर बवाल मच गया है। कांग्रेस ने कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
केरल के कोल्लम जिले में रविवार को एक मंदिर में गण मेला का आयोजन किया गया। मेले में आयोजित कार्यक्रम के दौरान आरएसएस का ‘गण गीतम’ गाया गया। यह गाना मंदिर में आयोजित ‘गण मेला’ के दौरान संगीत मंडली के सदस्यों की तरफ से गाया गया था। जैसे ही इसकी जानकारी बाहर आई, केरला की राजनीति में कोहराम मच गया। विपक्षी नेता वी.डी. सतीशन ने कहा कि यह हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन है, जिसने मंदिरों में राजनीतिक कार्यक्रमों पर रोक लगाई है। डी सतीशन ने कहा कि मंदिर उत्सव के दौरान ‘आरएसएस गणगीतम का गायन गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने टीडीबी से जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का मांग की है। साथ ही सतीसन ने कहा कि देवस्वोम बोर्ड और सरकार को इसमें शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत और दृढ़ता से कार्रवाई करने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि मंदिर भक्तों के हैं, मंदिर परिसर और त्योहारों का राजनीतिकरण करना छोटी मानसिकता को दर्शाता है।

मंदिरों में राजनीतिक कार्यक्रम पर कोर्ट पहले ही लगा चुका रोक
केरल हाईकोर्ट ने 10 मार्च को कडक्कल देवी मंदिर उत्सव में बजाए जा रहे राजनीतिक संगीत पर कड़ी असहमति व्यक्त की थी। मंदिर परिसर का उपयोग किसी भी राजनीतिक दल या राजनीतिक गतिविधियों के प्रचार करने पर रोक लगा दी थी। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि मंदिर में ऐसी राजनीतिक गतिविधियों की अनुमति किसी भी हालत में नहीं दी जा सकती है।

मंदिर परिसर में RSS के झंडे लगाने का आरोप
पुलिस के अनुसार, यह भी आरोप है कि उत्सव के सिलसिले में मंदिर परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के झंडे लगाये गये थे। विधानसभा में विपक्ष के नेता वी डी सतीशन ने कहा कि मंदिर उत्सव के दौरान ‘आरएसएस गणगीथम’ का गायन ‘गंभीर चिंता का विषय है’ और उन्होंने टीडीबी से इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई करने का आग्रह किया।
पुलिस को मंदिर की सलाहकार समिति के सदस्य ने दी शिकायत
इस बीच, कडक्कल पुलिस ने कहा कि उन्हें मंदिर की सलाहकार समिति के एक सदस्य से शिकायत मिली है, हालांकि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है। यह घटना उसी पुलिस स्टेशन की सीमा में एक अन्य विवाद के तुरंत बाद हुई है, जहां हाल ही में एक मंदिर उत्सव के दौरान कथित तौर पर सीपीआई (एम) की प्रशंसा में ‘क्रांतिकारी गीत’ गाए गए थे।
विपक्ष ने क्या कहा ?

वी डी सतीशन ने कहा ने एक बयान में कहा कि यह उल्लंघन टीडीबी की तरफ से प्रबंधित मंदिर में हुआ, जबकि हाईकोर्ट ने यह फैसला दिया था कि मंदिरों का उपयोग राजनीतिक आयोजनों के लिए नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, देवस्वोम बोर्ड और सरकार को इसमें शामिल लोगों के खिलाफ तुरंत और दृढ़ता से कार्रवाई करने के लिए तैयार रहना चाहिए। मंदिर भक्तों के हैं, मंदिर परिसर और त्योहारों का राजनीतिकरण करना छोटी मानसिकता को दर्शाता है।
अब तक नहीं हुआ मामला दर्ज
इस बीच, कडक्कल पुलिस ने कहा कि उन्हें मंदिर की सलाहकार समिति के एक सदस्य से शिकायत मिली है, हालांकि अभी तक मामला दर्ज नहीं किया गया है. यह घटना उसी पुलिस स्टेशन की सीमा में एक अन्य विवाद के तुरंत बाद हुई है, जहां हाल ही में एक मंदिर उत्सव के दौरान कथित तौर पर सीपीआई (एम) की प्रशंसा करते हुए क्रांतिकारी गीत गाए गए थे. तब ये मामला कोर्ट पहुंचा था.
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