शुक्रवार को बंगाल के मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध के दौरान हिंसा भड़क गई। साथ ही कलकत्ता हाईकोर्ट ने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बल की तैनाती के निर्देश दिए।
पश्चिम बंगाल के कई जिलों में वक्फ कानून के खिलाफ उग्र प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। शुक्रवार को मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ संशोधन कानून के विरोध के दौरान हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में तीन लोगों लोगों की मौत हो गई है।

अब तक 110 लोगों की गिरफ्तारी
मुर्शिदाबाद में भड़की हिंसा के सिलसिले में 110 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को हिंसा के दौरान पुलिस वैन सहित कई वाहनों में आग लगा दी गई। सुरक्षा बलों पर पथराव किया गया और सड़कें ब्लॉक कर दी गईं। हिंसा की घटना में 15 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हुए हैं तथा अनेक लोग जख्मी हुए हैं।
सीएम ममता बनर्जी ने बुलाई बैठक

मुर्शिदाबाद हिंसा मामले को लेकर टीएमसी के सौगत रॉय ने कहा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मुस्लिम समुदाय को शांत करने के लिए बैठक बुलाई है। बता दें कि मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के खिलाफ लोगों जमकर विरोध प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन हिंसा में तब्दील हो गया। हिंसा में तीन लोगों की जान गई है।
HC ने दिए केंद्रीय बल की तैनाती के निर्देश

- कलकत्ता हाई कोर्ट ने शनिवार को मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती के निर्देश दिए। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती की मांग को लेकर आज हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
- न्यायाधीश सौमेन सेन व न्यायाधीश राजा बसु चौधरी की विशेष खंडपीठ में अधिकारी की याचिका पर सुनवाई हुई। खंडपीठ ने कहा कि कोर्ट आंखें मूंद कर नहीं बैठ सकता। मुर्शिदाबाद में शांति लौटाना व सभी की रक्षा करना कोर्ट का मुख्य उद्देश्य है। हिंसा के लिए दोषी लोगों को तत्काल चिह्नित करना होगा। बता दें कि मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई है जबकि अनेक लोग घायल हुए हैं। इसके अलावा 15 पुलिस कर्मी गंभीर रूप से जख्मी हैं।
- इसके अलावा खंडपीठ ने कहा कि राज्य के अन्य हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय बल की तैनाती की जरूरत होने पर सरकार इसकी मांग कर सकती है। सुनवाई के दौरान सुवेंदु के वकील ने कहा कि मुर्शिदाबाद में हालात बेकाबू हैं। स्थिति काफी गंभीर है और यह राज्य प्रशासन के नियंत्रण के बाहर है।
- जिला प्रशासन सीमा सुरक्षा बल को कार्य करने नहीं दे रहा है। लिहाजा मुर्शिदाबाद के हिंसाग्रस्त इलाकों में तत्काल केंद्रीय बल की तैनाती की जरूरत है। इसके बाद खंडपीठ ने इस संबंध में राज्य सरकार से उसकी राय मांगी। अंत में मौजूदा हालात के मद्देनजर खंडपीठ ने केंद्रीय बल की तैनाती का निर्देश दिया।
हिंसा से मुर्शिदाबाद का है पुराना नाता
मुस्लिम बहुल मुर्शिदाबाद जिला बांग्लादेश की सीमा से सटा हुआ है। जिले में मुस्लिमों की आबादी करीब 70 प्रतिशत है। यह बंगाल में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला जिला है। मुर्शिदाबाद में पहले भी हिंसा होती रही है। इससे पहले सीएए के खिलाफ भी मुर्शिदाबाद में हिंसा हुई थी। मुर्शिदाबाद से आतंकियों की भी गिरफ्तारी होती रही है।
बंगाल में नहीं लागू किया जाएगा वक्फ कानून

मुर्शिदाबाद समेत राज्य के अन्य हिस्सों में फैली हिंसा के बीच सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांति स्थापित करने की अपील की है। सीएम ममता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हम वक्फ कानून के पक्ष में नहीं है। पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं होगा फिर दंगा किस बात का।सीएम ममता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें। धर्म के नाम पर कोई भी गलत हरकत न करें। हर इंसान की जान कीमती है, राजनीति करने के लिए दंगे न भड़काएं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
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