नेत्रहीन बच्चों के अनोखे तोहफे से छलक पड़े राष्ट्रपति मुर्मू के आंसू !

जन्मदिन के अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने देहरादून में स्थित राष्ट्रीय दृष्टिबाधित सशक्तिकरण संस्थान का दौरा किया। इस दौरान नेत्रहीन बच्चों ने कुछ ऐसा किया कि राष्ट्रपति मुर्मू भावुक हो गईं।

भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का जन्मदिन इस बार एक बेहद भावुक और यादगार पल में तब्दील हो गया, जब नेत्रहीन बच्चों के एक समूह ने उन्हें ऐसा अनोखा तोहफा दिया कि उनकी आंखें नम हो गईं। यह दृश्य न सिर्फ वहां मौजूद लोगों को भावुक कर गया, बल्कि पूरे देश के दिल को भी छू गया।

राष्ट्रपति भवन में हुए एक सरल लेकिन संवेदनशील आयोजन में देशभर से कुछ विशेष बच्चों को आमंत्रित किया गया था। इन्हीं में शामिल थे दिल्ली और झारखंड के कुछ नेत्रहीन बच्चे, जो अपने शिक्षक के साथ राष्ट्रपति को शुभकामनाएं देने पहुंचे थे।

नेत्रहीन बच्चों के अनोखे तोहफे से छलक पड़े राष्ट्रपति मुर्मू के आंसू !
नेत्रहीन बच्चों के अनोखे तोहफे से छलक पड़े राष्ट्रपति मुर्मू के आंसू !

जब गूंजे भावनाओं के सुर

कार्यक्रम में सबसे खास क्षण तब आया जब इन नेत्रहीन बच्चों ने राष्ट्रपति मुर्मू के लिए एक विशेष गीत गाया, जिसे उन्होंने खुद तैयार किया था। गीत की हर पंक्ति में राष्ट्रपति के जीवन संघर्ष, उनकी सादगी और देश सेवा की भावना को उकेरा गया था।
गीत की प्रस्तुति के बाद राष्ट्रपति मुर्मू मंच पर कुछ पल के लिए खामोश रह गईं, फिर उनकी आंखों से आंसू बह निकले। उन्होंने अपने रुमाल से आंसू पोंछते हुए बच्चों को गले लगाया और कहा:
“मैंने कई पुरस्कार और सम्मान देखे हैं, लेकिन यह प्यार और भावनाएं मेरे जीवन का सबसे अनमोल तोहफा हैं।”

स्पर्श से बनी पोर्ट्रेट

इसके अलावा, बच्चों ने राष्ट्रपति मुर्मू को स्पर्श तकनीक से तैयार एक विशेष पोर्ट्रेट भेंट किया। यह चित्र ब्रेल लिपि और थ्री-डी टेक्सचर से तैयार किया गया था ताकि नेत्रहीन बच्चे भी इसे ‘देख’ सकें और समझ सकें। इस उपहार को देखकर राष्ट्रपति बहुत प्रभावित हुईं और कहा:
“आप भले आंखों से न देख पाते हों, लेकिन आपके दिल की रोशनी इस देश का सबसे बड़ा प्रकाश है।”

देशभर में तारीफ

सोशल मीडिया से लेकर समाचार चैनलों तक, इस भावुक पल की तस्वीरें और वीडियो तेज़ी से वायरल हो गए। आम लोग, सेलिब्रिटीज़ और राजनेता सभी ने इस क्षण को “भारत की आत्मा की सच्ची तस्वीर” बताया।

राष्ट्रपति का संदेश

अपने जन्मदिन के इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने एक संक्षिप्त संदेश भी दिया। उन्होंने कहा:
“हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम समाज के हर उस वर्ग के लिए काम करें, जिन्हें दुनिया अक्सर पीछे छोड़ देती है। ये बच्चे मेरी प्रेरणा हैं।”

पीएम मोदी और राहुल गांधी ने भी दी बधाई

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के जन्मदिन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पार्टी लाइन से हटकर उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की प्रशंसा करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “सार्वजनिक सेवा, सामाजिक न्याय और समावेशी विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता आशा और शक्ति की किरण है। उन्हें लोगों की सेवा करते हुए लंबा और स्वस्थ जीवन मिले।” वहीं राहुल गांधी ने भी एक्स पर एक संदेश पोस्ट किया, जिसमें कहा गया, “माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी को उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं। मैं आपके स्वस्थ और दीर्घायु जीवन की कामना करता हूं।”

निष्कर्ष

राष्ट्रपति मुर्मू का यह जन्मदिन सिर्फ एक औपचारिक आयोजन नहीं, बल्कि संवेदनाओं, समावेशिता और मानवता का प्रतीक बन गया। नेत्रहीन बच्चों का यह प्यार भरा तोहफा इस बात का उदाहरण है कि सच्ची श्रद्धा और भावना किसी भी सीमा को पार कर सकती है

यह घटना आने वाले समय में लोगों को प्रेरणा देती रहेगी कि साधारण लगने वाले भाव भी असाधारण प्रभाव छोड़ सकते हैं।

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