मशहूर कंपनी एप्पल ने अपने नए सीओओ के नाम की घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में जन्मे सबीह खान को ऐप्पल कंपनी का सीओओ नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति के बाद से मुरादाबाद में खुशी की लहर देखने को मिल रही है।
दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में शुमार एप्पल इंक. ने एक बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय मूल के सबीह खान को कंपनी का नया चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) नियुक्त किया है। जैसे ही यह खबर सामने आई, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में खुशी की लहर दौड़ गई, जहां सबीह खान का बचपन बीता। उनके परिवार, जानने वालों और स्थानीय लोगों ने मिठाई बांटी और एक भारतीय के वैश्विक मंच पर पहुंचने पर गर्व व्यक्त किया।
यह न केवल भारत बल्कि दुनिया भर के उन लोगों के लिए गर्व का क्षण है, जो तकनीक, नेतृत्व और परिश्रम की ताकत पर यकीन रखते हैं। सबीह खान की यह उपलब्धि उस बदलाव का प्रतीक है, जिसमें भारतीय प्रतिभाएं वैश्विक कंपनियों के शीर्ष पदों तक पहुंच रही हैं।

कौन हैं सबीह खान?
सबीह खान भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में हुआ था। शुरुआती पढ़ाई भारत में पूरी करने के बाद वे उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चले गए। उन्होंने प्रसिद्ध ट्यूलन यूनिवर्सिटी (Tulane University) से मैकेनिकल इंजीनियरिंग और बाद में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की।
सबीह 1995 में अमेरिका की कई तकनीकी कंपनियों से जुड़े, लेकिन एप्पल में उन्होंने 1997 में बतौर सप्लाई चेन मैनेजमेंट एक्सपर्ट जॉइन किया। तब से लेकर अब तक वे कंपनी के अंदर सप्लाई चेन, मैन्युफैक्चरिंग, प्रोडक्ट लॉन्च और लॉजिस्टिक्स जैसे तमाम अहम क्षेत्रों में काम करते रहे हैं।
एप्पल में 25 वर्षों की यात्रा
सबीह खान पिछले 25 वर्षों से एप्पल के साथ जुड़े हुए हैं। इस दौरान उन्होंने कंपनी की वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को सबसे दक्ष, पर्यावरण-संवेदनशील और समयबद्ध प्रणाली में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। एप्पल के iPhone, iPad, MacBook और अन्य डिवाइस के उत्पादन और समय पर लॉन्च के पीछे सबीह खान की रणनीतिक योजना का बड़ा हाथ माना जाता है।
साल 2019 में एप्पल ने उन्हें सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ ऑपरेशंस नियुक्त किया था। इस भूमिका में उन्होंने कोविड-19 जैसी वैश्विक आपदा के समय भी सप्लाई चेन को स्थिर बनाए रखने का कठिन कार्य बखूबी निभाया।
सीओओ पद पर बड़ी जिम्मेदारी
अब सबीह खान को कंपनी का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बनाना यह दर्शाता है कि एप्पल उनके नेतृत्व पर कितना भरोसा करता है। इस पद पर वे एप्पल के डे-टू-डे ऑपरेशंस की निगरानी करेंगे, जिसमें प्रोडक्ट डेवेलपमेंट, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, लॉजिस्टिक्स, मैन्युफैक्चरिंग क्वालिटी, पर्यावरणीय नीतियां और कर्मचारियों की सुरक्षा से जुड़ी रणनीतियां शामिल होंगी।
एप्पल के सीईओ टिम कुक ने सबीह की प्रशंसा करते हुए कहा:
“सबीह एक दूरदर्शी ऑपरेशनल लीडर हैं, जिन्होंने एप्पल के हर बड़े प्रोडक्ट लॉन्च को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। उनके नेतृत्व में हम भविष्य के लिए और भी तैयार हैं।”
मुरादाबाद में खुशी की लहर
सबीह खान के सीओओ बनने की खबर जैसे ही मुरादाबाद पहुंची, उनके पैतृक इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई। स्थानीय लोगों ने ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। उनके पुराने स्कूल के शिक्षकों और दोस्तों ने गर्व के साथ बताया कि बचपन से ही सबीह बेहद मेहनती, विनम्र और जिज्ञासु थे।
एक पड़ोसी ने कहा,
“हमें गर्व है कि मुरादाबाद की मिट्टी से निकला एक होनहार आज दुनिया की सबसे बड़ी टेक कंपनी का ऑपरेशनल मुखिया बन गया है। यह हमारे बच्चों के लिए प्रेरणा है।”
निष्कर्ष: भारत की प्रतिभा, दुनिया का नेतृत्व
सबीह खान की सफलता यह दिखाती है कि भारतीय प्रतिभा आज किसी सीमा में बंधी नहीं है। तकनीकी ज्ञान, वैश्विक दृष्टिकोण और व्यावसायिक समझ के मेल से वह ऊंचे मुकाम तक पहुंचे हैं। उनका सीओओ बनना न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया के लिए प्रेरणास्पद है। यह भारतीय युवाओं के लिए एक संदेश है — कि मेहनत, शिक्षा और समर्पण से आप किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकते हैं।