महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक कार और मोटरसाइकिल के बीच जोरदार टक्कर देखने को मिला है। इस हादसे में 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 2 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं।
महाराष्ट्र के नासिक जिले से एक दिल दहला देने वाली सड़क दुर्घटना की खबर सामने आई है। रविवार रात को एक तेज़ रफ्तार कार और मोटरसाइकिल के बीच हुई भीषण टक्कर में 7 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 2 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हादसा नासिक के सिन्नर-घोटी मार्ग पर स्थित वाडिवी फाटा के पास हुआ।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि टक्कर के बाद मोटरसाइकिल के परखच्चे उड़ गए और कार भी कई मीटर तक सड़क किनारे घिसटती चली गई। हादसे के बाद घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई और आस-पास के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे।

घटना का विवरण
हादसा रात करीब 9:30 बजे हुआ जब एक तेज रफ्तार कार सिन्नर की ओर जा रही थी और सामने से आ रही एक मोटरसाइकिल से उसकी सीधी टक्कर हो गई। मोटरसाइकिल पर सवार 4 लोग मौके पर ही दम तोड़ बैठे, जबकि कार में सवार 5 लोगों में से 3 की मौके पर ही मौत हो गई और बाकी दो गंभीर रूप से घायल हो गए।
घायलों को तुरंत नजदीकी सिविल अस्पताल, नासिक में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों के अनुसार, घायलों की उम्र 20 से 30 वर्ष के बीच है और उन्हें सिर और छाती में गंभीर चोटें आई हैं।
मृतकों की पहचान
स्थानीय पुलिस ने सातों मृतकों की पहचान कर ली है। मृतकों में 4 पुरुष और 3 महिलाएं शामिल हैं। सभी का संबंध नासिक जिले के आसपास के गांवों से है और वे किसी पारिवारिक समारोह से लौट रहे थे।
मृतकों के नाम निम्नलिखित हैं:
- रमेश भाऊसाहेब पाटिल (उम्र 32)
- कविता रमेश पाटिल (उम्र 28)
- संजय नाना जाधव (उम्र 35)
- सविता संजय जाधव (उम्र 30)
- अरुण पाटिल (उम्र 40)
- रवीना अरुण पाटिल (उम्र 25)
- राहुल शंकर देशमुख (उम्र 22)
कारण और जांच
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसे की मुख्य वजह तेज़ रफ्तार और लापरवाही से गाड़ी चलाना रही। बताया जा रहा है कि कार चालक ने नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते विपरीत दिशा से आ रही बाइक से टक्कर हो गई। घटना के वक्त सड़क पर रोशनी की व्यवस्था भी कमजोर थी, जिससे दृश्यता कम थी।
नासिक ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना की विस्तृत जांच शुरू कर दी है। कार चालक की शराब पीने की जांच के लिए ब्लड सैंपल लिया गया है।
पुलिस निरीक्षक विनायक कदम ने कहा,
“यह हादसा बेहद दुखद है। प्रथम दृष्टया यह तेज़ रफ्तार और चालक की असावधानी का मामला लगता है। घायलों का उपचार जारी है और हम पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता उपलब्ध करा रहे हैं।”
स्थानीय लोगों में आक्रोश
हादसे के बाद वाडिवी फाटा क्षेत्र के स्थानीय निवासियों में रोष फैल गया। लोगों ने प्रशासन से मांग की कि इस सड़क पर गति सीमा तय की जाए और स्पीड ब्रेकर लगाए जाएं, क्योंकि यहां लगातार हादसे हो रहे हैं।
स्थानीय सरपंच ने कहा,
“हर महीने यहां कोई न कोई दुर्घटना होती है। अधिकारियों को बार-बार चेताया गया है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। अब सात लोगों की जान चली गई, तभी सरकार जागेगी क्या?”
राज्य सरकार का बयान
महाराष्ट्र सरकार के परिवहन मंत्री ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है और पीड़ित परिवारों को 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने नासिक जिला प्रशासन को हादसे की विस्तृत रिपोर्ट जल्द सौंपने का निर्देश दिया है।
निष्कर्ष
नासिक का यह हादसा एक बार फिर से भारत में सड़क सुरक्षा की गंभीर स्थिति को उजागर करता है। लापरवाही, तेज़ रफ्तार, और अधूरी बुनियादी सुविधाएं—ये सभी कारक इस भीषण त्रासदी के पीछे हैं। सात परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया, और दो ज़िंदगियां अब अस्पताल में मौत से जूझ रही हैं। यह समय है जब सरकार और नागरिक, दोनों मिलकर सड़क पर सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोहराई न जाएं।
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